GDS SELECTION WHOLE PROCESS | GDS vacancy form fill to joining process

आज जानिए gds bpm ओर abpm की जॉइनिंग केसे होती हैं केसे होता हैं सिलेक्शन पूरी प्रोसेस क्या हैं कितने दिन लग जाएंगे जॉइनिंग में

जॉइनिंग लैटर प्राप्त होने के बाद [रिजल्ट के 8-10 दिन बाद आजाएगा ]

01. gds वैकन्सी का फॉर्म भरना होता हैं फॉर्म भरने के 30-40 दिन बाद रिजल्ट जारी होता हैं जिसमे लिस्ट के अनुसार ओर कक्ष 10 के नंबर के अनुसार मेरिट बनती हैं अभ्यर्थी ने फार्म किस प्रकार से भरा हैं उस हिसाब से उसका नाम पहली या दूसरी तीसरी लिस्ट तक उसका नाम उस लिस्ट में आजता हैं

02. नाम आजाने के बाद सेलेक्टेड को डिविशन ऑफिस से मेल के रूप में जानकारी प्राप्त होती हैं जिसमे उसे 15-20 दिन की तारीख दी जाती हैं उसमे सेलेक्टेड के निम्न प्रकार के दसताबेज बुलाए जाते हैं

1 कक्ष 10 की मार्कशीत

2 एसटी एससी से हैं तो जाती प्रमाण पत्र [राज्य का जरूरी नही केंद्र का हो ]

3 मार्कशीत के अनुसार जानकारी बाला आधार कार्ड

4 पासपोर्ट साइज़ फोटो 4 ले जाए

5 पेन कार्ड जरूरी हैं

6 अन्य सभी कागज पिता सहित

03. सभी डॉक्यूमेंट अगर सही हालत ओर सही जानकारी के साथ हैं तो सेलेक्टेड को निम्न प्रकार के दसतबेज पर साइन करवा लिया जाता हैं तथा साथ ही कुछ दिन बाद आगे की प्रोसेस रहती है 8-9 दिन बाद

04. अब 8–9 दिन के बाद मुख्य 2 दसतबेज मगाए जाते हैं 1 सेलेक्टेड का आय प्रमाण पत्र 2 स्थायी निवास प्रमाण पत्र

आय प्रमाण पत्र में आय की जानकारी देनी होती हैं जेसे कोचिंग की ये यह एक इंकम का जरिया रहता हैं ताकि आप बाद में कोई केस न लगा सके

निम्न जानकारी के बाद आप को घर भेज दिया जाता हैं

फिर एक ओर लैटर प्राप्त होता हैं जिसमे ट्रैनिंग की जानकारी प्राप्त होती हैं 3 दिन की तरनिंग जिले के डिवीजन ऑफिस मे होती हैं

ओर फिर 3 दीन की ट्रैनिंग सब ऑफिस मे होती हैं जिसके बाद बड़े अधिकारी द्वारा 10-15 दिनों आपके जॉइनिंग जगह पर आपको जॉइनिंग दी जाती हैं

इन सभी प्रोसेस के बाद सेलकटेड को उसके डेल गए स्थान पर उसे उसके पोस्ट ऑफिस के बारे मे बताया जाता हैं सेलेक्टेड को पोस्ट ऑफिस जहा पर हैं बाहा पर उसे बताया जाता हैं की उसे उस गाव के ग्राम पंचायत या किसी के भी घर मे उसे पोस्ट ऑफिस का संचालन करना पड़ेगा जिस का किराया खुद कर्मचारी देगा उसी के साथ उसकी सैलरी के भत्ते के रूप मे उसको 500 रुपए का भतता मिलेगा बह सलरी के साथ आएगा

GDS सैलरी आइए अब जानते हैं की एक GDS कर्मचारी की सैलरी कितनी होती हैं

GDS BPM की मासिक सैलरी 12000/- होती जिसके साथ उसको कई प्रकार के भत्ते दिए जाते हैं जेसे महंगाई भत्ता जो की सलरी का 50% होता हैं यही की 6000/- जिसके साथ ऑफिस की सामग्री के लिए उसे 50 रूयपे मासिक दिए जाते हैं ओर ऑफिस अगर किराये पर लिया गया हैं तो GDS कर्मचारी को सलरी के साथ 500 रुपए की राशि सैलरी के साथ दी जाती हैं

GDS BPM का कार्य क्या होता हैं – पोस्ट ऑफस मे एक GDS कर्मचारी का काम क्या होता हैं क्या करता हैं कर्मचारी ऑफिस में आइए जानते हैं

कर्मचारी को ऑफिस मे 4 घंटे के लिए काम करना होता होता हैं जिसमे कर्मचारी को ऑफिस के सामान्य काम जेसे सब ऑफिस से आई डाक को रजिस्टर मे लिखना सभी जानकारी लिखना उसी के साथ कर्मचारी को गाव के पोस्ट ऑफिस मे आए सभी ग्राहक की समस्या का निपटान करना होता हैं जेसे उनके खाते पोस्ट में हैं उनका पैसा चेक करना जमा निकासी जेसे काम करना ओर अन्य इसे काम कारना जिससे गाव बालों को आपके प्रति एक छवि बने

GDS का काम इन यूट्यूब वीडियो से अच्छे से समझ सकते हैं –

ग्रामीण डाक सेवक (GDS) शाखा पोस्टमास्टर (BPM) के बारे में सरल हिंदी में जानकारी

भूमिका और जिम्मेदारियाँ

  1. शाखा प्रबंधन:
  • शाखा संचालन: GDS BPM का काम शाखा पोस्ट ऑफिस को चलाना होता है, ताकि सभी डाक सेवाएँ अच्छे से दी जा सकें।
  • वित्तीय लेन-देन: बचत खाते, आवर्ती जमा खाते और अन्य वित्तीय सेवाओं को संभालना।
  • डाक प्रबंधन: चिट्ठियों और पार्सलों को प्राप्त करना, छांटना और भेजना।
  1. ग्राहक सेवा:
  • सार्वजनिक संपर्क: ग्राहकों से बातचीत करना, जानकारी देना और उनकी समस्याओं का हल करना।
  • सेवा वितरण: मनी ऑर्डर, रजिस्टर्ड पोस्ट और पार्सल जैसी सेवाओं की समय पर डिलीवरी सुनिश्चित करना।
  1. वित्तीय समावेशन:
  • बैंकिंग सेवाएं: डाकघर की बैंकिंग सेवाओं को बढ़ावा देना, जैसे बचत खाते और बीमा।
  • डिजिटल लेन-देन: ग्राहकों को डिजिटल तरीके से लेन-देन करने के लिए प्रोत्साहित करना।
  1. विक्रय और प्रचार:
  • फिलेटली: डाक टिकट और अन्य संग्रहणीय वस्तुओं को ग्राहकों तक पहुँचाना।
  • राजस्व सृजन: विभिन्न सेवाओं और वित्तीय उत्पादों से शाखा का राजस्व बढ़ाना।
  1. समुदाय सहभागिता:
  • जागरूकता कार्यक्रम: ग्रामीण क्षेत्रों में डाक सेवाओं और वित्तीय समावेशन के बारे में जानकारी देना।
  • स्थानीय कार्यक्रम: डाक सेवाओं की जानकारी देने और उनकी पहुँच बढ़ाने के लिए स्थानीय कार्यक्रम आयोजित करना।

कौशल और योग्यताएँ

  1. शैक्षणिक आवश्यकताएँ:
  • आमतौर पर 10वीं कक्षा पास होना जरूरी है।
  1. कौशल:
  • ग्राहक सेवा: लोगों से बातचीत करने का अच्छा तरीका और संचार कौशल।
  • मूल कंप्यूटर ज्ञान: कंप्यूटर चलाना और डिजिटल लेन-देन में समझदारी।
  • संगठनात्मक कौशल: शाखा के संचालन और वित्तीय रिकॉर्ड का प्रबंधन करना।
  1. व्यक्तिगत गुण:
  • विश्वसनीयता: जिम्मेदारियों को अच्छे से निभाना।
  • सक्रियता: खुद से काम करने और समस्याओं का समाधान करने की क्षमता।
  • समुदाय-उन्मुख: समुदाय की सेवा करने का भाव।

प्रशिक्षण और करियर पथ

  1. प्रशिक्षण कार्यक्रम:
  • नए कर्मचारियों को डाक संचालन, वित्तीय सेवाओं और ग्राहक प्रबंधन के बारे में प्रशिक्षण दिया जाता है।
  1. करियर प्रगति:
  • डाक सेवा में उन्नति के अवसर, जैसे उच्च प्रशासनिक भूमिकाएँ या बड़े पोस्ट ऑफिस में विशिष्ट पद।

चुनौतियाँ

  1. संसाधन की कमी:
  • दूरस्थ क्षेत्रों में सीमित संसाधनों के साथ काम करना।
  1. ग्राहक अपेक्षाएँ:
  • समय पर और सही सेवा देने की उम्मीदों को पूरा करना।
  1. डिजिटल अपनाना:
  • ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल सेवाओं को अपनाने और समझाने में मदद करना।

निष्कर्ष

GDS BPM का काम ग्रामीण डाक सेवाओं को सुचारू रूप से चलाना है, जिससे शहर और गांव की सेवा में कोई अंतर ना हो। शाखा संचालन, वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने और समुदाय के साथ जुड़ने से, GDS BPM सुनिश्चित करता है कि डाक और वित्तीय सेवाएँ सबसे दूरस्थ क्षेत्रों तक पहुँच सकें।

अधिक जानकारी के लिए, आप भारतीय डाक की अफिशल साइट देख सकते हैं।

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