डॉक्टर अब्दुल कलाम जी के द्वारा बनाए गए थे ये 9 प्रोजेक्ट जिनकी मदद से आज भारत नासा जेसी संस्था को पीछे छोड़ रहा हैं
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम, जिन्हें “भारत के मिसाइल मैन” के रूप में जाना जाता है, एक प्रसिद्ध भारतीय वैज्ञानिक और भारत के 11वें राष्ट्रपति थे। अपने करियर के दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं में भाग लिया, विशेष रूप से एयरोस्पेस और रक्षा के क्षेत्रों में। यहाँ उनके कुछ प्रमुख परियोजनाएँ दी गई है
1. SLV-3 (सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल-3)
- भूमिका: परियोजना निदेशक
- विवरण: यह भारत का पहला रॉकेट था जो सैटेलाइट को अंतरिक्ष में ले गया। इसने 1980 में रोहिणी सैटेलाइट को सफलतापूर्वक लॉन्च किया।
2. IGMDP (इंटीग्रेटेड गाइडेड मिसाइल डेवलपमेंट प्रोग्राम)
- भूमिका: मुख्य योजनाकार
- विवरण: इस प्रोग्राम का उद्देश्य अलग-अलग प्रकार की मिसाइलें बनाना था:
- पृथ्वी: सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल।
- अग्नि: लंबी दूरी की मिसाइल।
- त्रिशूल: सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल।
- आकाश: मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल।
- नाग: टैंक विरोधी मिसाइल।
3. अग्नि मिसाइल
- भूमिका: प्रमुख योगदानकर्ता
- विवरण: लंबी दूरी की मिसाइल जो परमाणु हथियार ले जा सकती है।
4. पृथ्वी मिसाइल
- भूमिका: प्रमुख योगदानकर्ता
- विवरण: कम दूरी की मिसाइल जो सतह से सतह पर मार कर सकती है।
5. पोखरण-II परमाणु परीक्षण
- भूमिका: वैज्ञानिक सलाहकार
- विवरण: 1998 में भारत ने पांच परमाणु बमों का परीक्षण किया, जिससे भारत एक परमाणु शक्ति बन गया।
6. वैमानिकी में अनुसंधान एवं विकास
- भूमिका: DRDO निदेशक
- विवरण: स्वदेशी रक्षा तकनीक और विमानन के क्षेत्र में काम किया।
7. कलाम-राजू स्टेंट
- भूमिका: सहयोगी
- विवरण: यह एक सस्ता उपकरण है जो दिल की बीमारी के इलाज में मदद करता है।
8. कलाम-राजू टैबलेट
- भूमिका: सहयोगी
- विवरण: यह एक खास टैबलेट है जो ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं में मदद करता है।
9. विजन 2020
- भूमिका: दूरदर्शी नेता
- विवरण: 2020 तक भारत को एक विकसित देश बनाने की योजना बनाई, जिसमें कृषि, शिक्षा, बुनियादी ढांचा और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया गया।
डॉ. कलाम का योगदान केवल इन परियोजनाओं तक ही सीमित नहीं था। शिक्षा, विज्ञान और तकनीक में उनके योगदान ने भारत पर गहरा प्रभाव डाला और उन्हें एक महान व्यक्ति बना दिया।